इन तरीकों से आंखों को दें नया जीवन
शरीर के अन्य अंगों की देखभाल के बीच में हम अक्सर आंखों को भूल जाते हैं, जिसके कारण आंखों से संबंधित समस्यायें होने लगती हैं, इसलिए आंखों को नया जीवन देने के तरीके जरूर आजमायें।
हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग आंखों को माना जाता है, और हम इनकी ही अनदेखी करते हैं। शरीर को फिट बनाने के लिए नियमित व्यायाम करते हैं, चेहरे को निखारने के लिए व्यूटी उत्पादों का प्रयोग करते हैं। लेकिन इन सबके बीच हम आंखों को भूल जाते हैं। आंखों के लिए हम कोई भी प्रयास नहीं करते जिसके कारण इनकी रोशनी कम होने लगती है और आखों से संबंधित समस्यायें होने लगती है। जबकि आखें ही हमें इस आभासी दुनिया से जोड़े रखती हैं, आखों से ही हम संसार देखते हैं। तो क्यों न अपनी आंखों को एक नया जीवन दिया जाये।
स्क्रीन की रोशनी हो कम
कम्प्यूटर और बल्ब की अधिक रोशनी से आंखों में तनाव हो सकता है। इसलिए कम्प्यूटर के सामने काम करते वक्त स्क्रीन लाइट की सेटिंग के जरिये स्क्रीन की रोशनी को मध्यम ही रखें। इससे आखों पर कम असर पड़ता है। रोशनी अधिक होने से आंखों का सूखना, धुंधलापन होना, तनाव, गर्दन में दर्द जैसी समस्यायें हो सकती हैं, जो आंखों के लिए नुकसानदायक हैं।
आंखों के व्यायाम
आंखों में किसी भी तरह का तनाव हो तो उसे दूर करने के लिए आंखों के व्यायाम कीजिए। आंखों को बंद करके अपनी हथेलियों को उनपर रखें। फिर आराम से हथेलियों को ऊपर से नीचे की तरफ ले जाइए, इससे आंखों को राहत मिलेगी।
आंखों को चारों तरफ घुमायें
आंखों को चारों तरफ घुमाना आंखों के लिए बेहतर व्यायाम है। अपनी आंखों को चारों तरफ लगभग 10 मिनट तक घुमायें। पहले आंखों को क्लॉक वाइज घुमायें फिर एंटीक्लॉक वाइज अभ्यास करें। इससे आखों की रोशनी बढ़ेगी।
आंखों का मसाज
शरीर के अन्य हिस्सों की तरह ही आंखों का मजाज भी करें। आखों का मसाज आंखों की पुतलियों पर करें। आंखों को बंद करके अपनी छोटी उंगली से धीरे-धीरे मसाज कीजिए। आंखों को आराम और पोषण देने के लिए बादाम के तेल का प्रयोग कीजिए।
थोड़ा ब्रेक दीजिए
लगातार काम के दौरान थोड़ी देर के लिए आंखों को आराम भी देना जरूरी है। जब भी कंप्यूटर स्क्रीन पर काम कर रहे हों तो प्रत्येक 10 मिनट के बाद अपनी नजर को दूसरी जगह ले जाइए। आसपास लगभग 20 फिट की दूरी पर स्थिति किसी अन्य वस्तु को देखें। इससे आंखों को आराम मिलता है।
योग करें
योग करके आंखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता है। सिरसासन, अधोमुखा श्वानासन, सर्वांगासन, धनुरासन आदि ऐसे योग के आसन हैं जिनका अभ्यास करने से आंखों को न केवल आराम मिलता है बल्कि इनको नया जीवन भी मिलता है। इसलिए नियमित रूप से इन आसनों का अभ्यास कीजिए।
पौष्टिक आहार
स्वस्थ आहार आपके पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है, इसमें आखें भी आती हैं। खाने में अगर विटामिन ए की कमी हो तो इससे आंखों की देखने की क्षमता कम हो जाती है। रतौंधी जैसी समस्या के लिए आहार में विटामिन ए की कमी माना जाता है। इसलिए विटामिन ए युक्त आहार का सेवन कीजिए।